Dhokha matlabi pyaar
मयंक और रुचि 3 साल से रिलेशनशिप में थे मयंक रुचि से हमेशा शादी के लिए बोलता रहता था कि आखिर अपने घरवालों से कब बात करोगी कब हम दोनों शादी करेंगे लेकिन रुचि हमेशा कोई ना कोई बहाना बना देती थी और बात को टाल दिया करती मयंक एक बहुत ही सीधा साधा शरीफ लड़का था
Dhokha matlabi pyaar
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Dhokha matlabi pyaar |
वह हमेशा रूचि की हर झूठी बात को सच मान लिया करता था जब तक मयंक ने रुचि को शादी के लिए हां नहीं कहा था तब तक तो वह बहुत उसके पीछे पड़ी रहती थी उसे मनाती थी, काफी एफर्ट लगाती थी कभी उसके लिए गिफ्ट ले जाना उसकी काफी केयर करना एक छोटे बच्चे की तरह मयंक की देखभाल करना काफी दिखावा करती थी.
रुचि ने मयंक से हां बुलवाने के लिए ना जाने क्या-क्या किया लेकिन मयंक मानता ही नहीं था शादी के लिए लेकिन रुचि को यह बात समझ में आ गई थी कि इसको इमोशनली ही बेवकूफ बनाया जा सकता है और कोई रास्ता नहीं है तो रुचि ने अब मयंक को रोजाना फोन करना, शुरू करा, रोजाना, रोना-धोना शुरू करा.
इमोशनली बेवकूफ बनाना शुरू करा कि मैं तुम्हें बहुत प्यार करती हूं मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती मैं मर जाऊंगी प्लीज मुझसे शादी कर लो, आखरी क्या कमी है मुझमें इसी तरह की बातें बोल बोल कर उस बेचारे को पागल बनाया और बिचारा मयंक इस झूठी मक्कार धोखेबाज लड़की की बातों में आ गया और उसका दिल पिघल गया.
और वह रुचि को शादी के लिए हां कर देता है और कहता है कि मैंने मेरी लाइफ में बहुत धोखे खाए हैं मैंने एक से एक गंदे लोग देखे हैं तुमसे बस इतनी सी उम्मीद है कि कभी मुझे धोखा मत देना क्योंकि मैं तुम्हें अब दिल से मान रहा हूं और दिल से ही अपना मान लूंगा और तुम्हें बहुत प्यार करूंगा और हमेशा खुश रखूंगा.
इसके बाद कुछ दिन तक तो सब ठीक चला उसके बाद रुचि ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया अब वह मयंक के मैसेज को इग्नोर करने लगी मयंक के कॉल को भी नहीं उठाती थी ऑनलाइन रहकर भी उसको कोई जवाब नहीं देती थी बेचारे मयंक को यह सब समझ नहीं आ रहा था कि आखिर रुचि उसके साथ ऐसा क्यों कर रही है.
Dhokha matlabi pyaar
मयंक रुचि के फ्लैट पर जाता है रुचि उसे बाहर ही मिल जाती है मयंक बेचारा उससे बोलता है कि आखिर तुम ऐसा क्यों कर रही हो मेरी तो कोई गलती भी नहीं है क्या तुम मुझसे नाराज हो अगर मुझसे कोई गलती हुई है तो प्लीज मुझे मेरी गलती तो बता दो तुम जानती हो ना, मैं तुम्हें कितना प्यार करता हूं मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता.
यह सब सुनाने के बाद रुचि कहाती है अबे चोमू गधे बेवकूफ तुझे अभी भी समझ नहीं आया क्या मेने तेरे साथ टाइम पास किया जब तक मेरा मन था जब तक मेरा मन था तब तक मैंने तेरे साथ खूब खेला तेरे जैसे गधे के इमोशंस और फीलिंगस के खूब मजे लिए खूब खेला और अब मेरा मन भर चुका है यहां ज्यादा ड्रामे करने की जरूरत नहीं है चल निकल यहां से.
तभी अंदर से एक लड़का आता है और रुचि उसे गले लगा कर कहती हैं देख बेटा यह है मेरा नया बॉयफ्रेंड तुझ से लाख गुना ज्यादा अच्छा और पैसे वाला तेरी तो इसके आगे कुछ औकात भी नहीं है चल निकल यहां से चौमू और आज के बाद अपनी शक्ल मत दिखाइयो, जो उखाड़ ना है उखाड़ले और अब यहा रोने मत लगीयो हँ खेला मैंने तेरे साथ तेरी इमोशंस का मजाक बनाया चल निकल अब यहां से.
और मयंक को धक्का देकर गेट बंद कर लेती है रुचि का यह रूप देखने के बाद मयंक बेचारा टूट गया था उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर अब मैं क्या करूं इसी तरह से 7 महीने बीत गए रुचिका एक कंपनी में जॉब के लिए इंटरव्यू देने जाती हैजैसे ही वह रूम में अंदर जाती है उसे मयंक बैठा हुआ मिलता है इंटरव्यू लेने के लिए.
उसे देखते ही रुचिका उसके पास जाती है और सॉरी बोलती है और कहती है जो मैंने तुम्हारे साथ किया उस लड़के ने भी मेरे साथ वही किया उसने मेरा यूज करके मुझे छोड़ दिया आखिर मैंने तुम्हारे साथ बुरा किया, इसलिए मेरे साथ भी बुरा हुआ और मुझे मेरे बुरे कर्म की सजा मिल चुकी है और अब मैं बदल चुकी हूं। मुझे प्लीज माफ कर दो.
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